शिक्षा-क्रांति के स्वच्छता अभियान के इतिहास में यह शायद स्वयंसेवकों के लिए सबसे ज्यादा परीक्षा वाला दिन था. यह बात कौन कैसे भूल सकता है कि संस्था के सदस्यों ने जब स्कूल के भवनों की दीवारों के बीचोंबीच एकत्रित सालों की गंदगी को उठाना शुरू किया तो, वहां के स्थानीय शिक्षक ने अपने स्कूल के बच्चों को कमरे में भेज दिया और पेंट में हाथ डालते हुए, वालंटियर्स से कहने लगे "एक स्टोर भी साफ़ करने के लिए है".
The whole credit of the success of the campaign in school goes to Mr. Bhupesh Thakur, who dared to walk up to the point between two narrow walls where piled up the mount of the stinking heap of age old garbage.
शिक्षा-क्रांति के स्वच्छता अभियान के इतिहास में यह शायद स्वयंसेवकों के लिए सबसे ज्यादा परीक्षा वाला दिन था. यह बात कौन कैसे भूल सकता है कि संस्था के सदस्यों ने जब स्कूल के भवनों की दीवारों के बीचोंबीच एकत्रित सालों की गंदगी को उठाना शुरू किया तो, वहां के स्थानीय शिक्षक ने अपने स्कूल के बच्चों को कमरे में भेज दिया और पेंट में हाथ डालते हुए, वालंटियर्स से कहने लगे "एक स्टोर भी साफ़ करने के लिए है".
ReplyDeleteThe whole credit of the success of the campaign in school goes to Mr. Bhupesh Thakur, who dared to walk up to the point between two narrow walls where piled up the mount of the stinking heap of age old garbage.
ReplyDeleteMay Mother Nature bless you all.
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